स्कूल की फ्रेंड से जवानी में हुआ प्यार

स्कूल की फ्रेंड से जवानी में हुआ प्यार


मेरे दोस्त कहते थे कि जब मैंने छोटा था कि ज्यादा ही क्यूट दीखता था, लेकिन अब और भी ज्यादा हैंडसम हो गया हूँ. कोई भी लड़की मुझे देख कर अपना दिल खो दे. जब मैं छोटा था, तब मेरी एक सबसे पक्की दोस्त हुआ करती थी, उसका नाम रूचि थी, वो हमेशा मेरे साथ स्कूल जाती और स्कूल में हमारी क्लास एक ही थी और हम साथ में क्लास में बैठते थे साथ में लंच करते थे और साथ में ही होम्वोर्क करते थे.
जब हम कक्षा आठ में आये, तो उसके पापा का दूसरी जगह ट्रांसफ़र हो गया, जहाँ उनका ट्रांसफ़र हुआ था,

 वहां अच्छे स्कूल नहीं थे और ये लोग यहाँ अकेले भी नहीं रह सकते थे, इसलिए रूचि अपनी नानी के घर चली गई, वहीँ आंगे की पढाई करने लगी. भले ही वो मुझे छोड़ कर चली गई हो, लेकिन आज भी मैं उसे याद करता हूँ. कॉलेज खत्म हुए दो साल बीत चुके थे, एक दिन मैं अपने दोस्तों के कॉलेज गया हुआ था. वहां कुछ जरुरी काम था, वहां मेरा सामना रूचि से हो गया, वो बिलकुल भी नहीं बदली थी, मैं देखते ही उसे पहचान लिया और उसे गले लगा लिया, वो भी खुश हो गई, मैंने से बहुत दांटा और बोला कि तुम मुझसे मिलने क्यों नहीं आई, वो बोली कि अभी अभी मेरी इस कॉलेज में जॉब लगी है, टाइम नहीं मिला, तुमसे मिलने का और मुझे लगा कि शायद तुम मुझे भूल न गये हो.

सके बाद हम रोज मिलने लगे, मैंने उसे अपने घर भी ले जाता था, इतने साल के बाद भी हमारी दोस्ती वैसे की वैसे ही थी, लेकिन अब मेरे दिल में उसके लिए प्यार पनपने लगा था.



वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी, मेरी मां रूचि को बहु के रूप में देखती थीं. लेकिन मैं कुछ कमाता नहीं था, इसलिए मां कुछ बोलती नहीं थी. मैं भी इस बात को समझ चूका था, मैं अपने दो दोस्तों के साथ एक छोटा सा व्यापार शुरू किया, इसमें रूचि में हमारी खूब मदद की और दो साल के अंदर अंदर हमें प्रॉफिट आना शुरू हो गया. इस बीच मैंने रूचि को प्रप्रोस कर दिया, और वो मान भी गई, मैंने अपनी मां से भी इस बारे में बात की, मेरे घर वाले राजी हो गए, लेकिन रूचि के घर वाले इस शादी के खिलाफ हो गए, उन्होंने रूचि को अपने पास बुला लिया.

कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है. मेरे घर वालों से रूचि के घर वालों को खूब समझाया, लेकिन वो नहीं माने और उन्होंने रूचि की शादी कहीं और तये कर दी. अब प्यार किया था तो डरना क्या, मैं दिन धड़े अपने दोस्तों के साथ रूचि के घर गया और उसे वहां से उठा कर मंदिर ले आया और वहां हमने शादी कर ली. कोई कुछ नहीं कर पाया, लेकिन रूचि के घर वाले मुझे अपनाने से इनकार कर दिया और रूचि से भी सारे रिश्ते खत्म कर दिए.


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