अँधेरे घर का भयानक रहस्य

अँधेरे घर का भयानक रहस्य


रवि की कॉलेज ख़त्म होने के बाद एक सरकारी बैक में नौकरी लग गई थी, ये उसकी किस्मत थी, जो इतनी कम उम्र में उसकी नौकरी लग गई हो. रवि के घर वाले भी बहुत खुश थे. बड़े शहर में ट्रेनिंग के बाद रवि की पोस्टिंग एक छोटे से गाँव में हो गई, वहां उसे ब्रांच मेनेजर की पोस्ट मिली. वेतन भी अच्छा था, लेकिन उस छोटे से गाँव में सुविधा नाम की चीज भी नही थी.

उसे ठीक से खान भी नहीं मिलता था, इसलिए घर वालों से रवि की शादी कर दी. अब उसे अपनी पत्नी को साथ में उस गाँव में रहतना था. बड़ी मुश्किल से उसे एक अच्छा सा घर मिला, उनसे उसमें सफाई करवाई और जल्दी से उस घर में शिफ्ट हो गए.

सुबह-सुबह जब रवि अपनी पत्नी के साथ उस घर में घुसा तो उसकी पत्नी को चक्कर आ गया, रवि ने सोंचा की थकान से हुआ होगा, फिर दोनों ने घर जमाया, एक चौकाने वाली बात ये थी कि उस घर के आसपास कोई भी घर नहीं बने थे, और वो घर बीच बाजार में था. लोग उसके पास जाते भी नहीं थे, रवि को बड़ी मुशिकल से सफाई करवाने वाले मिले थे.

शाम होने वाली थी. सूरज डूब रहा था, कि आचानक से घर में अन्दर छा गया, लाइट थी, लेकिन कोई भी लाइट चल नहीं रही थी, मोमबत्ती से रात कटी, सुबह रवि ने लाइट बनाने वाले को बुलाया, घर की सारी लाइट सही थी.

फिर से जब रात होने लगी तो पूरे घर में अँधेरा छा गया. उसे समझ में नहीं आ रहा था. मकान मालिक से जब इस बारे में बात की तो उसने बात को टाल दिया. फिर एक दिन किसी ने बताया कि जिस घर में रवि रह रहा है वो भुतहा है, उसमें बुरी आत्माओं का वास है.



अब जब भी रात होती और पूरे घर में अँधेरा छा जाता तब कुछ अजीब अजीब से आवाजें भी आने लगीं, रवि की पत्नी बहुत डर चुकी थी, रवि ने सोंचा की सुबह होते ही वो इस घर को खाली कर देगा. लेकिन उसे क्या पता था कि ये रात ही उसके लिए सबसे भारी होने वाली थी.

दोनों साथ में एक कमरे में बैठे हुए थे, तभी उनके सामने एक रोशनी दिखाई दी, फिर कुछ देर के बाद पांच से छह इसी तरह की रौशनी दिखाई देने लगी, फिर पूरे घर में आचानक से उजाला हो गया और उनके सामने एक खून से सना हुआ आदमी खड़ा हुआ था, रवि और उसकी पत्नी ये देखकर बुरी तरह से डर गए. वो खून से सना हुआ आदमी आचानक से गायब हो गया और फिर से घर में गुप्त अँधेरा छा गया.

रवि और उसकी पत्नी अब इतना डर चुके थे कि उन्हें इस घर में एक मिनट भी नहीं रहना था, रवि तुरंत रात में करीब 2 बजे अपनी बीवी को वहां से निकाला और रेलवे स्टेशन चले गया. सुबह की पहली गाड़ी से दोनों अपने घर चले गये. वहां से सबकुछ बताया, फिर घर एक कई सारे लोग उस अँधेरे घर में आये और उनका सामान वापस ले गए. रवि इस हादसे से इतना ज्यादा डर चुका था कि उसने बैंक की नौकरी तक छोड़ दी थी. अब रवि घर पर परिवार का व्यापार करता है.

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