सम्भोग के कारण दी बलि
सम्भोग के कारण दी बलि
सपना और संजीव की शादी को हुए 8 साल हो गए थे, फिर भी उन दोनों का आपस का प्यार बना हुआ था, कोई भी नहीं कह सकता था की दोनों की शादी को 8 साल हो गए थे, दोनों अपनी जिंदगी में बहुत खुश थे, संजीव देखने में जितना ही स्मार्ट था, सपना भी देखने में उतनी ही सुन्दर थी, उसकी सुंदरता देखने लायक थी, 8 सालो के बाद भी उसकी खूबसूरती में कोई कमी नहीं आयी, या यूँ कह लीजिये की उसकी खूबसूरती बढ़ ही गयी, इसलिए भी दोनों में प्यार कम नहीं हुआ, उलटे और बढ़ गया. दोनों अपनी सेहत पर खूब ध्यान देते थे. कमी थी तो सिर्फ एक बात की दोनों की शादी को इतने साल हो गए थे लेकिन दोनों को कोई संतान नहीं हुआ था, इसलिए कभी कभी दोनों चिंतित भी थे, हलाकि दोनों ने कभी डॉक्टर से टेस्ट नहीं करवाया की दोषी कौन है या क्या वजह है? खैर, ये बात तो दोनों ने एक दूसरे को नहीं बताई लेकिन दोनों ने चुप चाप डॉक्टर से चेक करवाया तो पता चला की समस्या संजीव के अंदर है, लेकिन दोनों यह बात एक दूसरे से छिपा लिए, वक्त बीतता चला गया, इसी तरह 3-4 साल और निकल गए, धीरे धीरे काम के लगातार बोझ की वजह से संजीव अब घर पर कम ध्यान दे पाता था और वह जल्दी सो भी जाय करता था, जिससे सपना अकेले पूरी रात जागती रहती थी, वह अब अकेली मह्सुश करने लगी थी, इसलिए उसने जॉब करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से उसका मन लगा रहे, संजीव ने भी मना नहीं किया, क्योँकि उसे भी मालूम था की सपना घर में अकेली बोर हो जाती है,

वक्त के गुजरने के साथ साथ सपना जिस ऑफिस में काम करती थी उसी ऑफिस में काम करने वाला पंकज, सपना को पसंद करने लगा था.यह बात सपना को भी पता चलने लगी थी, अब सपना और पंकज दोनों इतने करीब आ गए की दोनों ने अपनी सीमा भी तोड़ दिया और दोनों एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बना लिए, सपना का यह आकर्षण ही था की पंकज अब सपना के बिना नहीं रह पा रहा था. जबकि पंकज को यह मालूम था की सपना किसी और की है, और सपना को भी यह मालूम था की वह संजीव को धोखा दे रही है, लेकिन दोनों का आकर्षण कम ही नहीं हो रहा था और जब भी मौका मिलता दोनों एक हो जाते.एक बार संजीव को ऑफिस के काम से बाहर जाना पड़ा, और घर में अकेली सपना हो गयी, अब शाम होते ही पंकज सपना के याहं आ जाता और सुबह तक रहा करता, लेकिन इधर संजीव का काम पूरा हो गया और वह तय समय से पहले आ गया, और घर आते ही उसने देखा की सपना पंकज की बाहों में बिलकुल नग्न पड़ी हुई है, जिसे देख कर संजीव को बहुत गुस्सा आया और उसने सपना पर हाथ छोड़ दिया, सपना को मार खता देख पंकज से नहीं रहा गया और उसने गमला उठा कर संजीव को दे मारा, जिसकी वजह से संजीव की मौत वहीँ हो गयी, हलाकि सपना ने यह साबित कर दिया की संजीव की मौत दुर्घटना है, और वह अब खुले आम पंकज से मिलने लगी, लेकिन यह क्या अब सपना को हमेशा महसूस होता की कोई उसके साथ सेक्स कर रहा है, उसकी समझ में नहीं आ रहा था की आखिर उसके साथ यह क्या हो रहा है, क्योँकि वह हमेशा थकी रहती थी, अब वह पंकज को भी समय नहीं दे पाती थी, क्योँकि उसके साथ क्या हो रहा है उसकी समझ में कुछ नहीं आ रहा था, उसे ऐसा क्यों लगता था की उसके साथ कोई सेक्स कर रहा है, लेकिन होता कोई नहीं था, यह बात जब उसने पंकज को बताई तो पंकज को लगा सपना झूट बोल रही है.एक रात वह सोई थी और उसने रूम का लाइट जलाया हुआ था उसे महसूस हुआ की उसके साथ कोई सेक्स कर रहा है तो उसकी नींद खुल गयी उसने सामने शीशा में देखा तो पाया की एक काला परछाई उसके शरीर पर चढ़ा हुआ है, उसने काफी कोशिश लेकिन वह परछाई नहीं छोड़ा और तभी उसे एक आवाज सुनाई दी जो आवाज उसके पति संजीव की थी, जिसने कहा की तुमने सेक्स के लिए मुझे मारा ,इसलिए मैं तुम्हारे साथ हमेशा सेक्स करता रहूँगा, और हुआ भी ऐसा ही अंत में सपना ने आत्महत्या कर ली.
मैं आशा करता हूँ की आपको ये story आपको अच्छी लगी होगी। कृपया इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ फेसबुक और व्हाट्स ऍप पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। धन्यवाद्।

वक्त के गुजरने के साथ साथ सपना जिस ऑफिस में काम करती थी उसी ऑफिस में काम करने वाला पंकज, सपना को पसंद करने लगा था.यह बात सपना को भी पता चलने लगी थी, अब सपना और पंकज दोनों इतने करीब आ गए की दोनों ने अपनी सीमा भी तोड़ दिया और दोनों एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बना लिए, सपना का यह आकर्षण ही था की पंकज अब सपना के बिना नहीं रह पा रहा था. जबकि पंकज को यह मालूम था की सपना किसी और की है, और सपना को भी यह मालूम था की वह संजीव को धोखा दे रही है, लेकिन दोनों का आकर्षण कम ही नहीं हो रहा था और जब भी मौका मिलता दोनों एक हो जाते.एक बार संजीव को ऑफिस के काम से बाहर जाना पड़ा, और घर में अकेली सपना हो गयी, अब शाम होते ही पंकज सपना के याहं आ जाता और सुबह तक रहा करता, लेकिन इधर संजीव का काम पूरा हो गया और वह तय समय से पहले आ गया, और घर आते ही उसने देखा की सपना पंकज की बाहों में बिलकुल नग्न पड़ी हुई है, जिसे देख कर संजीव को बहुत गुस्सा आया और उसने सपना पर हाथ छोड़ दिया, सपना को मार खता देख पंकज से नहीं रहा गया और उसने गमला उठा कर संजीव को दे मारा, जिसकी वजह से संजीव की मौत वहीँ हो गयी, हलाकि सपना ने यह साबित कर दिया की संजीव की मौत दुर्घटना है, और वह अब खुले आम पंकज से मिलने लगी, लेकिन यह क्या अब सपना को हमेशा महसूस होता की कोई उसके साथ सेक्स कर रहा है, उसकी समझ में नहीं आ रहा था की आखिर उसके साथ यह क्या हो रहा है, क्योँकि वह हमेशा थकी रहती थी, अब वह पंकज को भी समय नहीं दे पाती थी, क्योँकि उसके साथ क्या हो रहा है उसकी समझ में कुछ नहीं आ रहा था, उसे ऐसा क्यों लगता था की उसके साथ कोई सेक्स कर रहा है, लेकिन होता कोई नहीं था, यह बात जब उसने पंकज को बताई तो पंकज को लगा सपना झूट बोल रही है.एक रात वह सोई थी और उसने रूम का लाइट जलाया हुआ था उसे महसूस हुआ की उसके साथ कोई सेक्स कर रहा है तो उसकी नींद खुल गयी उसने सामने शीशा में देखा तो पाया की एक काला परछाई उसके शरीर पर चढ़ा हुआ है, उसने काफी कोशिश लेकिन वह परछाई नहीं छोड़ा और तभी उसे एक आवाज सुनाई दी जो आवाज उसके पति संजीव की थी, जिसने कहा की तुमने सेक्स के लिए मुझे मारा ,इसलिए मैं तुम्हारे साथ हमेशा सेक्स करता रहूँगा, और हुआ भी ऐसा ही अंत में सपना ने आत्महत्या कर ली.
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