आजकल महिलाओं को इसलिए आ रही है प्रैग्नैंसी में समस्या!
आजकल महिलाओं को इसलिए आ रही है प्रैग्नैंसी में समस्या!
आजकल महिलाओं का प्रेग्नेंट ना होना भी एक समस्या बन गया है! इसमें मुख्य कारण हमारा रहन-सहन, खानपान ही है! हम ज्यादातर एेसी चीजें खाते हैं जाे कई तरह की बीमारियाें काे न्याैता देती है! शायद यही वजह है कि पहले के मुकाबले कई महिलाअाें काे प्रेग्नेंसी में मुश्किलें अाती है! इसलिये आती है प्रेग्नेंसी में समस्या!
गर्भाश्य फाइब्रॉएड, ऊतकों पर निशान, संक्रमण, फैलोपियन ट्यूब संबंधित कोई समस्या, एंडोमेट्रियोसिस, पॉलिप्स और प्रजनन संबंधित अन्य किसी परेशानी के कारण गर्भधारण करने में देरी आती है!
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में प्रजनन से संबंधित एक हार्मोनल असंतुलन की समस्या है! इस वजह से महिलाअाें काे गर्भ धारण करने में समस्या अाती है!
अत्यधिक शराब के सेवन, मोटापा, अधिक पतले हाेना या अनियमित माहवारी के कारण भी गर्भधारण करने में समस्या आती है!

35 की उम्र के बाद भी गर्भधारण करने में मुश्किल आती है, क्याेंकि उम्र बढ़ने पर अंडाणुओं की गुणवत्ता में कमी आने लगती है और गर्भाश्य भी अंडाणुओं का निस्तार करने की क्षमता खोने लगता है!
पीएच स्तर के बहुत अधिक या कम होने से अंडाणुओं के प्रजनन में मुश्किल अाती है!
आजकल महिलाओं का प्रेग्नेंट ना होना भी एक समस्या बन गया है! इसमें मुख्य कारण हमारा रहन-सहन, खानपान ही है! हम ज्यादातर एेसी चीजें खाते हैं जाे कई तरह की बीमारियाें काे न्याैता देती है! शायद यही वजह है कि पहले के मुकाबले कई महिलाअाें काे प्रेग्नेंसी में मुश्किलें अाती है! इसलिये आती है प्रेग्नेंसी में समस्या!
गर्भाश्य फाइब्रॉएड, ऊतकों पर निशान, संक्रमण, फैलोपियन ट्यूब संबंधित कोई समस्या, एंडोमेट्रियोसिस, पॉलिप्स और प्रजनन संबंधित अन्य किसी परेशानी के कारण गर्भधारण करने में देरी आती है!
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में प्रजनन से संबंधित एक हार्मोनल असंतुलन की समस्या है! इस वजह से महिलाअाें काे गर्भ धारण करने में समस्या अाती है!
अत्यधिक शराब के सेवन, मोटापा, अधिक पतले हाेना या अनियमित माहवारी के कारण भी गर्भधारण करने में समस्या आती है!

35 की उम्र के बाद भी गर्भधारण करने में मुश्किल आती है, क्याेंकि उम्र बढ़ने पर अंडाणुओं की गुणवत्ता में कमी आने लगती है और गर्भाश्य भी अंडाणुओं का निस्तार करने की क्षमता खोने लगता है!
पीएच स्तर के बहुत अधिक या कम होने से अंडाणुओं के प्रजनन में मुश्किल अाती है!
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